MGSU BSc 3rd Year Physics Syllabus 2023: नमस्कार दोस्तों BhawaniShankar.in पर आपका स्वागत है। महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी बीकानेर द्वारा सभी विषयों के लिए सत्र 2023-24 का सिलेबस और एग्जाम पैटर्न जारी कर दिया है इस लेख में हम MGSU BSc 3rd Year Physics Syllabus 2023-24 और एग्जाम पैटर्न के बारे में चर्चा करेंगे और आपको साधारण भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे।
अगर आप MGSU BSc 3rd Year Physics Syllabus 20-24 को डाउनलोड करना चाहते हैं तो इसके लिंक नीचे दी गई है। इस लेख को बुकमार्क कर लीजिए क्योंकि प्रतिवर्ष जैसे ही नया सिलेबस आएगा इसी पोस्ट को अपडेट कर दिया जाएगा जिससे आपको किसी दूसरी वेबसाइट पर जाकर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
MGSU BSc 3rd Year Physics Syllabus 2023 in Hindi – Overview
MGSU BSc 3rd Year Physics Exam Pattern 2023-24 in Hindi
MGSU Bikaner BSc 3rd Year Physics Exam Pattern को नीचे दिए गए बिंदुओं से समझा जा सकता है।
- महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी बीएससी 3rd year में physics के कुल 3 पेपर होने वाले हैं।
- प्रत्येक पेपर 45 अंकों का होने वाला है अर्थात कुल 135 अंकों का होगा।
- पेपर को हल करने के लिए 3 घंटे का समय मिलेगा।
- पास होने के लिए कम से कम प्रत्येक विषय से 16 – 16 अंक लाने होंगे यानी कुल 48 अंक से पास होते हैं।
- ये 48 अंक आप तीनों पेपर से मिलाकर ला सकते हैं।
- MGSU BSc third year में प्रत्येक पेपर मैं 5 unit आती है। जिनकी जानकारी और सिलेबस पूरा नीचे समझाया गया है।
- प्रत्येक पेपर में तीन सेक्शन अलग-अलग भागों में बंटे हुए होते हैं। जिनकी जानकारी आपको नीचे दी गई तस्वीर और पॉइंट्स के रूप में मिल जाएगी।
BSc 3rd Year Physics Section – B
- Section – B में 10 प्रश्न प्रत्येक Unit से 2 प्रश्न आते है कुल 10 प्रश्न आते है।
- प्रत्येक प्रश्न के अथवा में अन्य प्रश्न आएगा है। दोनों में से एक करना है।
- Section – B की उतर सीमा 200 शब्दों की है।
- प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का होगा।
BSc 3rd Year Physics Section – C
- Section – C में 5 प्रश्न प्रत्येक Unit से 1 प्रश्न आते है कुल 10 प्रश्न आते है।
- 5 में से 3 प्रश्न करना अनिवार्य है।
- Section – C की उतर सीमा 500 शब्दों की है।
- प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का होगा।
Maharaja Ganga Singh University BSc 3rd Year Physics Syllabus 2023-24
MGSU BSc 3rd year Physics syllabus 2023 में 3 पेपर होते है। सभी पेपरों के लिए अलग-अलग बुक है और प्रत्येक बुक में 5 यूनिट्स आती है इन यूनिट का वर्णन नीचे किया गया है साथ ही MGSU BSc 3rd year Physics syllabus पीडीएफ डाउनलोड लिंक नीचे दी गई है।
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Paper 1 – क्वांटम यांत्रिकी, परमाणवीय तथा आणविक भौतिकी | ||||||||
इकाई 1 क्वांटम सिद्धांत का उद्भव: कृष्णिका विकिरण, स्पेक्ट्रमी वितरण की विवेचना करने में चिरसम्मत भौतिकी की असफलता, प्लांक की क्वाटम परिकल्पना और विकिरण नियम की गुणात्मक विवेचना, प्रकाश वैद्युत प्रभाव और आईस्टीन की व्याख्या, कोम्पटन प्रभाव, डी ब्रोग्ली की परिकल्पना, व्यतिकरण हेतु प्रायोगिक साक्ष्य अनिश्चितला का सिद्धांत एवं इसके परिणाम- एकलस्लिट पर विवर्तन, ऊर्जा बॉक्स में कण व इसके अनुप्रयोग जैसे (1) परमाण्वीय नाभिक में इलेक्ट्रोनों की अनुपस्थिति ( 2 ) हाइड्रोजन परमाणु की मूल ऊर्जा (3) आवर्ती दोलित्र की मूल अवस्था में ऊर्जा । समय ऊर्जा अनिश्चितता । इकाई 2 श्रोडिंजर समीकरण: काल आश्रित और काल मुक्त स्वरूप, तरंग फलन की भौतिक सार्थकता और उसकी व्याख्या प्रायिकता धारा घनत्व, क्वांटम यान्त्रिकी में संकारक (रैखिक ओर हर्मिटी संकारक) गतिज चरों के प्रत्याशा मान स्थिति, संवेग और ऊर्जा क्वांटम यान्त्रिकी के मौलिक अभिग्रहीत, आइगेन फलन और आइगेन मान, अपभ्रष्टता, आइगेन फलनों की लाविकता, क्रम विनिमेय सम्बन्ध, ऐरेनफेस्ट प्रमेय, कला एवं समूह वेग तरंग संघ । इकाई 3 श्रोडिंजर समीकारण के सरल हल: काल मुक्त श्रोडिंजर समीकरण और स्थायी अवस्था हल, तरंग फलन पर सीमान्त और सान्तय प्रतिबन्ध, एक विमीय बॉक्स में स्थित कण, आइगेन फलन और आइगेन मान, विविक्त ऊर्जा स्तर, त्रिविमय स्थिति के लिये सूत्रों का विस्तार और ऊर्जा स्तरों की अपभ्रष्टता, विभव सीढी एक विमीय आयताकार विभव प्राचीर परावर्तन और पारगमन गुणांको की गणना, alfa क्षय में उपयोग के लिये गुणात्मक विवेचना ( सुरंगन प्रभाव) वर्ग विभव कूप, पारागमन गुणांक की गणना इकाई 4 बद्ध अवस्था की समस्याएं: एक विमीय अनन्त व परिमित गहराई के विभद कूप में स्थित कण आइगेन ऊर्जा मान और आइगेन फलन, सरल आवर्ती दोलित्र (एक विमीय) की ओडिजर समीकरण तथा इसके आइगेन फलनों की गुणात्मक विवेचना ऊर्जा आइगेन मान शून्य विन्दु ऊर्जा, गोलीय सममित विभव के लिए श्रोडिंजर समीकरण, चर राशियों का पृथक्करण, कक्षीय कोणीय संवेग और क्वान्टीकरण, गोलीय हार्मोनीक हाइड्रोजन परमाणु के ऊर्जा स्तर n=1 और n=2 के तरंगकलनों की आकृतिया, बोहर मॉडल से तुलना और बोहर का संगति नियम। इकाई 5 परमाण्वीय एवं आणविक भौतिकी: फ्रेन्क हर्टज प्रयोग हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम, सोक्ट्रमी परिभाषायें सूक्ष्म संरचना, क्षारीय स्पेक्ट्रम में s,p,d,o,i अवस्थाओं के लिये स्क्रीनिंग नियतांक, वरण नियम । अणुओं के लिये इलेक्ट्रोनिक ऊर्जा का विविक्त समुच्चय कम्पन एवं घूर्णी ऊर्जाओं का क्वान्टीकरण, अन्तरनाभिकीय दूरी का निर्माण शुद्ध चूर्णी एवं घूर्णी काम्पनिक स्पेक्ट्रम शुद्ध कान्पनिक एवं इलेक्ट्रोनिक काम्पनिक स्पेक्ट्रम के संक्रमण नियम, रमन प्रभाव। |
Paper 2 – नाभिकीय एवं ठोस अवस्था भौतिकी | ||||||||
इकाई 1 अल्फा कण प्रकीर्णन का रदरफोर्ड सिद्धान्त, नाभिक के गुणधर्म चतुधुर्व आघूर्ण एवं नाभिकीय दीर्घव तीयता, चतुधुर्व आघूर्ण एवं नाभिकीय चक्रण, समता तथा कक्षीय कोणीय संवेग, नाभिकीय विभव एवं नाभिकीय बलो के गुणधर्म, अर्ध-मूलानुपाति सूत्र। इकाई 2 नाभिकीय विखण्डन का सिद्धान्त तथा द्रव बूद मॉडल, स्वयं स्फूर्त विखण्डन का प्राचीर भेदन सिद्धान्त, नाभिकीय विखण्डन एक ऊर्जा स्त्रोत के रूप में नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया तथा नियन्त्रित श्रृंखला अभिक्रिया के लिये प्रतिबन्ध, अभिक्रियक का सिद्धान्त परमाणु ऊर्जा के उपयोग। इकाई 3 नाभिकीय संलयन तारों में ऊर्जा का स्त्रोत p-p तथा कार्बन चक्र, आवेशित कणों तथा न्यूट्रान की द्रव्य से अन्योय क्रिया regions of multplicative operation, नाभिकीय संसूचको की कार्य प्रणाली, गाइगर मूलर गणिन्त्र, आनुपातिक गणित्र, प्रस्फुरण गणित्र अभ्र तथा स्फुलिंग प्रकोष्ठ, रेखिक त्वरित्र साइक्लोट्रान, सिन्को साइक्लोट्रान बीटाट्रान, इलेक्ट्रान सिन्कौट्रान । इकाई 4 अन्तराकशी जालक तथा किस्ट्रल संरचना, ब्रेड जालक मिलर सूचकांक, किस्टल जालक तलों के मध्य अन्तराल, एकाक कोटिका, दिगनर सिज कोष्ठिका, परमाणविक संकुलन, मुख्य क्रिस्टल संरचना किरण दिवर्तन, लवे नियम व ब्रेग का नियम, लवे पैटर्न, फोनान की अवधारणा, ठोस की विशिष्ठ ऊष्मा का चिरसम्मत विचार, आइन्सटीन एवं डिबाई मॉडल, ऊष्मीय चालकता। इकाई 5 ऊर्जा बैण्डों का निर्माण, ठोस का आवर्ति विभव ब्लाक प्रमेय, क्रोनि पनी प्रतिरूप, विद्युतचालकता का डूड लॉरेन्ज सिद्धान्त बोल्टजमान अभिगमन समीकरण विद्युत चालकता का सोमर फील्ड सिद्धान्त, ऊष्मीय चालकता एवं विडेमान फ्रेन्ज नियम, हॉल प्रभाव। |
Paper 3 – इलेक्ट्रानिकी एवं ठोस अवस्था युक्तियां | ||||||||
इकाई 1 परिपथ विश्लेषण: जाल- कुछ महत्वपूर्ण परिमा गायें पाश तथा सधि समीकरण (किरचॉफ नियन) परिचालन बिन्दु तथा आन्तरित प्रतिबाधायें, चतुटर्मिनल जाल प्राचल-खुला परिपथ, लघुपथित परिपथ तथा सकर प्राचल, जाल प्रमेय अध्यारोपण, थेवनिन, नॉर्टन, पारस्परिकता एवं अधिकतम शक्ति हस्तान्तरण प्रमेय T तथा II जाल इकाई 2 नैज अर्धचालक, अपद्रव्यी अर्धचालक, फर्मी ऊर्जा स्तर, होल तथा इलेक्ट्रान घनत्व की गणना तथा इनकी ताप पर निर्भरता, द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम । अर्धचालक युक्तियां: p n संधि, मुख्य एवं अल्पसंख्यक धारा वाहक डायोड समीकरण, जीनर तथा टनल डायोड प्रकाश उत्सर्जक डायोड, सौर सैल । दिष्टकरण: अर्ध तथा पूर्ण तरंग दिष्टकारी, उर्मिका गुणांक, फिल्टर (पाश्र्व पथ, प्रेरण पथ संधारित्र L : section तथा II फिल्टर) वोल्टता गुणाक परिपथ | इकाई 3 ट्रांजिस्टर: प्रतीक तथा द्विध्रुवी ट्रांजिस्टर के लिये बोल्ट एम्पियर संबध, लोड लाइन की अवधारणा तथा प्राचल बिन्दु, संकर प्राचल ट्रांजिस्टर के CB CE व CC विन्यास तथा उनके तुल्य परिपथ के अभिलाक्षणिक वक, सकर प्राचल की सहायता से ट्राजिस्टर का दिष्लेषण Analysis of a transistor amplifier using h-parameter (A, A, Zim Zx), नियत तथा उत्सर्जक बायसन तथा ट्रांजिस्टर परिपथों में बायस स्थायित्व, क्षेत्र प्रभाव ट्रांजिस्टर तथा इसके परिपक्षीय अभिलक्षण क्षेत्र प्रभाव ट्रांजिस्टर का अभिलाक्षणिक वक व JFET की कार्य विधि । इकाई 4 लघु संकेत प्रवर्धक: प्राचलन का सामान्य सिद्धान्त वर्गीकरण, विरूपण, RC युग्मित प्रवर्धक तथा इसकी आवृति अनुक्रिया. संक्रियात्मक प्रवर्धक: भेद प्रवर्धक दिष्टधारा स्तर विस्थापक, संक्रियात्मक प्रवर्धक निवेशी तथा निर्गम प्रतिबाधायें, निवेशी ऑफसेट धारा अनुप्रयोग एकांक लधि बफर, योजक, व्यवकलित्र, समाकलक एवं अंक पद्धतियाँ, द्विआधारी गणित अभिक्रिया, मूल तार्किक द्वार लॉजिक गेट), बूल यन प्रमेय तथा तार्किक द्वार लॉजिक गेदद के डायोड द्वारा वास्तविक परिपथ Numbers systems, Binary arithmetic fundamental Logic gates Boolean theorems and circuit realization of logic functions using diodes (DL). इकाई 5 पुर्ननिवेषि प्रवर्धक: पुनर्निवेश की अवधारणा, ऋणात्मक पुनर्निवेश द्वारा लब्धि का स्थायीकरण, ऋणात्मक पुनर्निदेश का निर्गत्त एवं निवेशी प्रतिरोधों पर प्रभाव, ऋणात्मक पुनर्निवेश द्वारा अरेखीय विरूपण का न्यूनीकरण, वोल्टता तथा धारा पुनर्निवेश परिपथ। दोलनों के लिये पुर्ननिवेषि प्रतिबंध, आधारभूत दोलित्र, विष्लेषण, कॉल्पिट व इंटिले दोलित्र। |
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