Rajasthan Mahila Supervisor Syllabus in Hindi 2024: नमस्कार दोस्तों BhawaniShankar.in पर आपका स्वागत है। इंडियन द्वारा Rajasthan Female Supervisor Recruitment 2024 का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया हैं। इस लेख में हम आपको Rajasthan Mahila Supervisor Syllabus 2024 और Rajasthan Mahila Supervisor Syllabus in Hindi 2024 Exam Pattern के बारे में बताने वाले हैं।
Rajasthan Mahila Supervisor Exam Pattern 2024
राजस्थान महिला सुपरवाइजर लिखित परीक्षा (Written Exam) का पैटर्न नीचे दिया हैं।
- पेपर ग्रेजुएशन स्टैंडर्ड (पोषण, स्वास्थ्य, प्रारंभिक बाल देखभाल और शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ) होगा।
- पेपर वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय) होगा।
- पेपर के लिए 180 मिनट का समय दिया जाएगा।
- पेपर में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
Rajasthan Mahila Supervisor Exam Pattern
प्रथम खण्ड | ||
क.सं | विषय | अंक-115 |
(क) भाषा ज्ञान, तर्क शक्ति एवं सामान्य ज्ञान | ||
1 | सामान्य हिन्दी | 25 |
2 | सामान्य अंग्रेजी | 15 |
3 | गणित एवं सामान्य तर्क शक्ति | 25 |
4 | सामान्य ज्ञान | 30 |
(ख) प्रबन्धकीय गुण | 20 |
द्वितीय खण्ड | ||
क.सं. | विषय | अंक-85 |
(क) पोषण व स्वास्थ्य का ज्ञान तथा योजनाएं | ||
1 | पोषण | 10 |
2 | जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में पोषण का महत्व | 08 |
3 | गर्भवती की देखभाल | 08 |
4 | टीकाकरण | 08 |
5 | स्वास्थ्य एवं पोषण के विभिन्न कार्यक्रम | 15 |
6 | कुपोषण | 08 |
7 | सामान्य बीमारियों की जानकारी | 08 |
(ख) शिशु की प्रारम्भिक देखभाल एवं शिक्षा | ||
1 | बाल विकास का परिचय | 10 |
2 | शाला पूर्व शिक्षा परिचय | 10 |
कुल अंक | 200 |
Rajasthan Mahila Supervisor Syllabus in Hindi 2024
Rajasthan Mahila Supervisor Exam 2024 का सिलेबस सामान्य हिन्दी, सामान्य अंग्रेजी, गणित एवं सामान्य तर्क शक्ति, सामान्य ज्ञान, पोषण व स्वास्थ्य का ज्ञान तथा योजनाएं और शिशु की प्रारम्भिक देखभाल एवं शिक्षा है, इन सभी विषयों से आने वाले प्रश्न के Rajasthan Female Supervisor Syllabus 2024 Important Topics नीचे दिए गये हैं।
Rajasthan Mahila Supervisor Syllabus 2024
Rajasthan Mahila Supervisor लिखित परीक्षा का विस्तृत सिलेबस नीचे दिया गया हैं।
प्रथम खण्ड
(क) भाषा ज्ञान, तर्क शक्ति एवं सामान्य ज्ञान
सामान्य हिन्दी
- सन्धि और संधि विच्छेद।
- सामासिक पदों की रचना और समास-विग्रह।
- उपसर्ग एवं प्रत्यय।
- पर्यायवाची शब्द।
- विलोम शब्द।
- अनेकार्थक शब्द।
- शब्द – युग्म ।
- शब्द शुद्धि अशुद्ध शब्दों का शुद्धीकरण और शब्दगत अशुद्धि का कारण।
- वाक्य – शुद्धि अशुद्ध वाक्यों का शुद्धीकरण और वाक्यगत अशुद्धि का कारण।
- वाच्य: कृर्तवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य प्रयोग
- किया: सकर्मक, अकर्मक और पूर्वकालिक कियाऐं
- वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द।
- मुहावरे और लोकोक्तियों।
- अंग्रेजी के पारिभाषिक (तकनीकी) शब्दों के समानार्थक हिन्दी शब्द।
सामान्य अंग्रेजी
- Tenses/Sequence of Tenses,
- Voice: Active and Passive,
- Narration: Direct and Indirect,
- Transformation of Sentences: Assertive to Negative, Interrogative, Exclamatory and vice-versa,
- Use of Articles and Determiners,
- Use of Prepositions,
- Translation of Simple Sentences from Hindi to English and vice-versa,
- Correction of Sentences including Subject, Verb Agreement,
- Degrees of Adjectives, Connectives and words wrongly used,
- Glossary of official, Technical Terms (with their Hindi Versions),
- Synonyms,
- Antonyms,
- One-1word substitution,
- Forming new words by using prefixes and suffixes.
गणित एवं सामान्य तर्क शक्ति
- गणितः अनुपात एवं समानुपात, प्रतिशत, लाभ एवं हानि, बट्टा, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज।
- तार्किक दक्षताः कथन एवं मान्यताएं, कथन एवं तर्क, कथन एवं निष्कर्ष,
- विश्लेषणात्मक तर्क क्षमताः- दिशा बोध, आयु संबंधी शंकाएं।
- मानसिक योग्यताः- बेमेल छांटना, कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग) संबंधी।
सामान्य ज्ञान
- राजस्थान का इतिहास, संस्कृति और भूगोल प्रति विशेष सन्दर्भ के साथ
- दैनिक विज्ञान
- विश्व, भारत तथा राजस्थान की समसामयिकी
(ख) प्रबन्धकीय गुण
- नेतृत्व विकास – नेतृत्व क्षमता, गुण एवं कौशल, आंतरिक गवर्नेस समन्वय, समूह कार्य, टीम वर्क
- सम्प्रेषण की परिभाषा, प्रकृति, माध्यम एवं अवरोध
- समय प्रबन्धन
- समुदायिक संगठन एवं मोबिलाइजेशन समुदाय एवं सामुदायिक संगठन की समझ, सामुदायिक संगठन के सिद्धांत, सामुदायिक विकास एवं जन भागीदारी, सामुदायिक मोबिलाइजेशन।
द्वितीय खण्ड
(क) पोषण व स्वास्थ्य का ज्ञान तथा योजनाएं
पोषण – संतुलित आहार, मैको एवं माइको न्यूट्रिएण्टस (कैलोरी, प्रोट्रीन, विटामिन, सूक्ष्म खनिज तत्व जैसे- आयोडीन, विटामिन ए, आयरन, जिंक विटामिन्स तथा कैल्सियम) की कमी से होने वाली बीमारियां एवं उनकी रोकथाम।
जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में पोषण का महत्व – किशोरावस्था, गर्भावस्था, धात्री माताएं, नवजात, शिशु, बाल्यावस्था, वयस्क
गर्भवती की देखभाल – गर्भावस्था में वजन की निगरानी, मातृ शिशु रक्षा, गर्भावस्था में खतरों से बचाव, गर्भावस्था में प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच
टीकाकरण – राष्ट्रीय टीकाकरण के अन्तर्गत लगने वाले टीके, टीकाकरण का महत्व, टीकाकरण न होने का दुष्प्रभाव
स्वास्थ्य एवं पोषण के विभिन्न कार्यक्रम – एनआरएनएचएम एवं आईसीडीएस अन्तर्गत संचालित योजनाओं के साथ समेकित बाल विकास सेवाओं का परिचय, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं उद्देश्य, समेकित बाल विकास सेवाओं के अन्तर्गत प्रदत्त सेवाएं एवं संचालित योजनाएं
कुपोषण – जन्म से पूर्व कारण एवं संरक्षण के उपाय जन्म के बाद कारण एवं संरक्षण से रोकथाम के उपाय
सामान्य बीमारियों की जानकारी – दस्त, उल्टी, आंखों एवं नाल का संक्रमण, खसरा, गलघोटू, टिटनेस, कालीखांसी, टीबी, निमोनिया
(ख) शिशु की प्रारम्भिक देखभाल एवं शिक्षा
बाल विकास का परिचय – बुनियादी अवधारणाएं, वृद्धि एवं विकास को परिलक्षित करने वाले सिद्धांत, विकास के महत्वपूर्ण चरण, अनुवांशिकता और पर्यावरण का बाल विकास पर प्रभाव, प्रि-नेटल विकास, प्रथम तीन वर्ष में विकास, 3 से 6 वर्ष के मध्य विकास
शाला पूर्व शिक्षा परिचय – शाला पूर्व शिक्षा अवधारणा एवं औचित्य, आयु अनुरूप सीखने की श्रेणियां और स्तर, बच्चे के सीखने की प्रक्रिया और मानसिक क्षमताएं, शारीरिक एवं गत्यात्मक विकास, संज्ञानात्मक विकास, भाषा विकास, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास, सृजनात्मक एवं सौन्दर्य बोध का विकास
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